भीतर का सम्राट – खोज बाहर नहीं, भीतर है

जब हम ‘सम्राट’ शब्द सुनते हैं, तो आंखों के सामने एक ऐश्वर्यपूर्ण छवि उभरती है – सोने का मुकुट पहने हुए कोई शक्तिशाली राजा, जिसके इशारे पर दुनिया चलती हो, …

Read more

खुद को बेच देना कितना आसान है, और आज़ाद जीना कितना मुश्किल

“खुद को बेच देना कितना आसान है, और आज़ाद जीना कितना मुश्किल…”यह वाक्य केवल एक काव्यात्मक भाव नहीं है, बल्कि एक कटु और गहन सत्य को उजागर करता है। यह …

Read more

हर तरह के डर का आख़िरी इलाज

मनुष्य के जीवन में डर एक सामान्य, परंतु अत्यंत प्रभावशाली भावना है। डर मनुष्य को सुरक्षा की चेतावनी देता है, लेकिन यही डर जब उसकी सोच, निर्णय और आत्मविश्वास पर …

Read more

छोटी सी नौकरी, थोड़े से पैसे, बहुत सारी गुलामी – देखो अपना भविष्य

आज का युवा शिक्षित हो रहा है, डिग्रियाँ ले रहा है, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है, और दिन-रात एक करके सरकारी या निजी क्षेत्र की एक “छोटी सी …

Read more