झूठ के सागर में खो गया सच का अमृत

हर इंसान चाहता है कि वह सच्चा रहे, ईमानदारी से जिए, और खुद पर गर्व कर सके।लेकिन आज की दुनिया में सच्चाई एक तरह से गायब होती जा रही है।चारों …

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हमारी ज़िंदगी में प्यार क्यों नहीं?

कई लोग आज ये महसूस करते हैं कि उनकी ज़िंदगी में सब कुछ है—मोबाइल है, सोशल मीडिया है, पैसा भी थोड़ा बहुत है, कपड़े, खाना, घूमना—सब है।लेकिन फिर भी कुछ …

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अमीर भी बनना है, और ईमानदार भी रहना है?

हम सब चाहते हैं कि हमारी जिंदगी में पैसा हो — खूब सारा पैसा।घर हो, गाड़ी हो, आराम हो, और मनचाहा जीवन हो।लेकिन साथ ही हम यह भी चाहते हैं …

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कर्तव्य और शोषण — एक महीन सी रेखा

हम अक्सर कर्तव्य और प्रेम की कसौटी पर जीवन जीते हैं।माँ बाप का हमें पालना, नौकरी में अतिरिक्त मेहनत, रिश्तों में समझौता, समाज सेवा — ये सब कर्तव्य कहलाते हैं।लेकिन …

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